शनिवार, 7 मार्च 2020

पति अनुकूलन प्रयोग : होलीका दहन विशेष


पति से झगड़ा और कडवे संबंध गृहस्थ जीवन की सबसे बड़ी समस्या है....
अपने पति से समरसता बनाने के लिए ... इस मंत्र का प्रयोग करें ।
॥ यह केवल आपस मे विवाहित पति पत्नी के लिए काम करेगा, दूसरे की पत्नी/पति  को अनुकूल बनाने या प्रेमी/प्रेमिका को अनुकूल बनाने के लिए इस मंत्र का प्रयोग आपको नुकसान और अपयश प्रदान करेगा  

"हथेली में हनुमन्त बसै, भैरु बसे कपार ।
नरसिंह की मोहिनी, मोहे सब संसार ।
मोहन रे मोहन्ता वीर, सब वीरन में तेरा सीर ।
सबकी नजर बाँध दे, तेल सिन्दूर चढ़ाऊँ तुझे ।
तेल सिन्दूर कहाँ से आया ?
कैलास-पर्वत से आया ।
कौन लाया, अञ्जनी का हनुमन्त,गौरी का गनेश लाया ।
काला, गोरा, तोतला-तीनों बसे कपार ।
बिन्दा तेल सिन्दूर का, दुश्मन गया पाताल ।
दुहाई कमिया सिन्दूर की,
हमें देख शीतल हो जाए भरतार ।
दुहाई महादेव पार्वती की ।
बस जाये मेरा परिवार ।
सत्य नाम, आदेश गुरु का ।
फूरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।


जाप के अंत मे तीन बार निम्नलिखित मंत्र बोलें ।
॥ ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥ 


1.      कामिया सिन्दूर मिल जाये तो उसे सामने रख लें.
2.   कामिया सिंदूर न मिले तो उस कुमकुम को या बिंदी को रख लें जिसका आप उपयोग करती हैं ।
3.   इस मन्त्र को रोज 108 बार जाप , होलिका दहन वाली पूर्णिमा से प्रारंभ कर अगली पूर्णिमा तक करें.
4.   इसका जाप रात मे करना श्रेष्ठ है, लेकिन संभव न हो तो आप दिन मे भी कर सकते हैं ।
5.    इसका टीका  [बिंदी] लगाकर पति के पास जाएँ. टीका लगाते समय महामाया से प्रार्थना करें कि मेरा पति मेरे अनुकूल हो .
6.  ऐसा नित्य करें तो पति धीरे धीरे अनुकूल होने लगता है.
7.    ऐसा नहीं है कि इससे वह आपके आदेश का गुलाम हो जाएगा , वह आपके प्रति सद्भावना से युक्त होने लगेगा .
8.   इसके साथ साथ अपना व्यवहार भी अच्छा और शांत रखें. बेवजह की तानाकशी और टिप्पणी से बचें. ससुराल वालों को कोसना और मीन मेख निकालना भी कम करें .
9.  मुस्कुराए . क्योंकि मुस्कुराहट सबसे बड़ा सम्मोहन है. खुश रहें ।  

शनिवार, 29 फ़रवरी 2020

गुरुदेव डॉ. नारायण दत्त श्रीमाली जी गुरु दीक्षा

गुरुदेव डॉ. नारायण दत्त श्रीमाली जी अब सशरीर हमारे बीच नहीं है । इस वीडियो के माध्यम से आप मानसिक रूप से उन्हे गुरु मानकर गुरु दीक्षा ग्रहण कर सकते हैं । और गुरु मंत्र का जाप कर सकते हैं । जैसे जैसे आपका गुरु मंत्र का जाप बढ़ता जाएगा आपको स्वप्न मे या किसी न किसी माध्यम से साधनात्मक निर्देश या मार्ग प्राप्त हो जाएगा .... 

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

भुवनेश्वरी शाबर मंत्र


चतुर्थ ज्योति भुवनेश्वरी प्रगटी ।‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍
।। भुवनेश्वरी ।।
ॐ आदि ज्योति अनादि ज्योत ज्योत मध्ये परम ज्योत परम ज्योति मध्ये शिव गायत्री भई उत्पन्न, ॐ प्रातः समय उत्पन्न भई देवी भुवनेश्वरी । बाला सुन्दरी कर धर वर पाशांकुश अन्नपूर्णी दूध पूत बल दे बालका ऋद्धि सिद्धि भण्डार भरे, बालकाना बल दे जोगी को अमर काया । चौदह भुवन का राजपाट संभाला कटे रोग योगी का, दुष्ट को मुष्ट, काल कन्टक मार । योगी बनखण्ड वासा, सदा संग रहे भुवनेश्वरी माता ।
ह्रीं

बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह 
[१२ भागों में ]

मंगाने का पता तथा फ़ोन

प्रकाशक :-
कल्याण मंदिर प्रकाशन
श्री चंडी धाम 
अलोपी देवी मार्ग
प्रयाग - 211006 
फोन - 0532-2502783
मोबाईल -94502-22767


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मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020

तांत्रिक अभिचार से रक्षा का मंत्र



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ओम एक ठो सरसों सौला राइ मोरो पटवल को रोजाई खाय खाय पड़े भार जे करे ते मरे उलट विद्या ताहि पर परे शब्द साँचा पिंड काँचा हनुमान का मंत्र सांचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ||
  •  यदि किसी के ऊपर तांत्रिक अभिचार कर दिया हो तो इस मन्त्र का प्रयोग करें .

  •  थोड़ी सी राईसरसों तथा नमक मिला कर रख लेइसके बाद इस मंत्र का जाप करते हुए सात बार रोगी का उतारा करे .उतारा का मतलब सर से लेकर पैर तक लाना |
  •  
  •  फिर जलती हुई भट्टी/चूल्हा/ अग्नि  में यह सामग्री झोंक दे तो सारा मायाजाल वापस चला जायेगा..

सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

मंत्र साधना करते समय सावधानियां

मंत्र साधना करते समय सावधानियां
Y      मन्त्र तथा साधना को गुप्त रखेंढिंढोरा ना पीटेंबेवजह अपनी साधना की चर्चा करते ना फिरें .
Y      गुरु तथा इष्ट के प्रति अगाध श्रद्धा रखें .
Y      आचार विचार व्यवहार शुद्ध रखें.
Y      बकवास और प्रलाप न करें.
Y      किसी पर गुस्सा न करें.
Y      यथासंभव मौन रहें.अगर सम्भव न हो तो जितना जरुरी हो केवल उतनी बात करें.
Y      किसी स्त्री का चाहे वह नौकरानी क्यों न होअपमान न करें.
Y      जप और साधना का ढोल पीटते न रहेंइसे यथा संभव गोपनीय रखें.
Y      बेवजह किसी को तकलीफ पहुँचाने के लिए और अनैतिक कार्यों के लिए मन्त्रों का प्रयोग न करें.
Y      ऐसा करने पर परदैविक प्रकोप होता है जो सात पीढ़ियों तक अपना गलत प्रभाव दिखाता है.
Y      इसमें मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों का जन्म लगातार गर्भपातसन्तान ना होना अल्पायु में मृत्यु या घोर दरिद्रता जैसी जटिलताएं भावी पीढ़ियों को झेलनी पड सकती है |
Y      भूतप्रेतजिन्न,पिशाच जैसी साधनाए भूलकर भी ना करें इन साधनाओं से तात्कालिक आर्थिक लाभ जैसी प्राप्तियां तो हो सकती हैं लेकिन साधक की साधनाएं या शरीर कमजोर होते ही उसे असीमित शारीरिक मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है ऐसी साधनाएं करने वाला साधक अंततः उसी योनी में चला जाता है |
गुरु और देवता का कभी अपमान न करें.

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शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

शाबर मन्त्र साधनाएं कैसे करें

शाबर मन्त्र साधनाएं कैसे करें 
Y      सर्वश्रेष्ट तो यह है की आप गुरु खोजें और उनसे मंत्र प्राप्त करें.
Y      गुरु मंत्र का 11000 जाप करें . फिर दूसरी साधना करें.
Y      यदि गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का 11000 जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:-
१] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :-                   :: ॐ नमः शिवाय ::
२] महाकाली बीज मंत्रम :-                          || ॐ क्रीं क्रीं क्रीं  ||
३] शिव शक्ति मंत्रम :-                                   || ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः ||
४] शिव गुरु मंत्रम :-                                     || ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः ||
जप कैसे करें:-
  • सामन्यतः रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं. गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं.इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
  • गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए.
  • जप संख्या रोज एक सामान रखें तो बेहतर होगा . इष्ट गुरु तथा मन्त्र पर अगाध श्रद्धा रखें .
  • सभी मन्त्रों को ग्रहण जैसे विशेष अवसरों पर जाप करके जागृत करते रहना चाहिए

शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020

शाबर मन्त्र कुछ तथ्य


शाबर मन्त्र कुछ तथ्य :- 
·         इन मन्त्रों का संयोजन विभिन्न संतों और योगियों ने अलग अलग भाषाओँ में किया हैये लगभग सभी भाषाओँ में पाए जाते हैं.
·        इनका संयोजन अजीब होता है , कई बार ये निरर्थक शब्द जैसे लगते हैं पर उन्हें यथावत पढ़ना और प्रयोग करना चाहिए.
·        शाबर मंत्र की साधना में गुरु की आवश्यकता होती है. गुरु के साथ की गई साधनायें जल्द सफल होती हैं.
·        इन साधनों में आचार विचार की शुद्धता और पवित्रता से जल्द लाभ होता है.
·        शाबर मंत्र के जनक आदिदेव महादेव हैं , इसलिए हर साधना से पहले महादेव और पार्वती का पूजन अनिवार्य है. 
·        शाबर मन्त्रों में दुहाई दी जाती हैइसमें अपने गुरु ,महादेव पार्वती और इष्ट की दुहाई विशेष रूप से दी जाती है.

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

शिवरात्रि:


  1. शिवरात्रि शाबर मन्त्रों के अधिपति भगवान् महादेव शिव का पर्व है |
  2. इसे शाबर साधनाएं सिद्ध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है |
  3. इस अवसर पर आप विभिन्न मन्त्रों का 108 बार जाप करके जागरण कर सकते हैं |


बुधवार, 8 जनवरी 2020

नजर रक्षा




|| दोहाई हनुमान की ! 
दोहाई हनुमान की ! 
दोहाई हनुमान की ! 
दोहाई हनुमान की ! 
दोहाई हनुमान की ! 
दोहाई लोना चमारिन की!  
दोहाई पहलवान की!  
दोहाई दुर्गा मैय्या की! 
नजर टोना टोटका सब साफ़ ख़तम ||


  1. १००८ बार पढ़कर सिद्ध करें.
  2. जाप काल में धुप दीप लगायें.
  3. प्रयोग करते समय ५ बार पढ़कर फूंक दें.