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शनिवार, 9 सितंबर 2017

तांत्रिक मायाजाल उतारने का मंत्र



|| 
ओम एक ठो सरसों सौला राइ मोरो पटवल को रोजाई खाय खाय पड़े भार जे करे ते मरे उलट विद्या ताहि पर परे शब्द साँचा पिंड काँचा हनुमान का मंत्र सांचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ||

  •  यदि किसी के ऊपर तांत्रिक अभिचार कर दिया हो तो इस मन्त्र का प्रयोग करें .

  •  थोड़ी सी राई, सरसों तथा नमक मिला कर रख ले, इसके बाद इस मंत्र का जाप करते हुए सात बार रोगी का उतारा करे .उतरा का मतलब सर से लेकर पैर तक लाना |
  •  
  •  फिर जलती हुई भट्टी/चूल्हा/ अग्नि  में यह सामग्री झोंक दे तो सारा मायाजाल वापस चला जायेगा..




Y    शाबर मंत्रों की साधना किसी भी जाति धर्म या लिंग का व्यक्ति कर सकता है.
Y    इन मन्त्रों का संयोजन विभिन्न संतों और योगियों ने अलग अलग भाषाओँ में किया हैये लगभग सभी भाषाओँ में पाए जाते हैं.
Y    इनका संयोजन अजीब होता है कई बार ये निरर्थक शब्द जैसे लगते हैं पर उन्हें यथावत पढ़ना और प्रयोग करना चाहिए.
Y    शाबर मंत्र की साधना में गुरु की आवश्यकता होती है. गुरु के साथ की गई साधनायें जल्द सफल होती हैं.
Y    इन साधनों में आचार विचार की शुद्धता और पवित्रता से जल्द लाभ होता है.
Y    शाबर मंत्र के जनक आदिदेव महादेव हैं इसलिए हर साधना से पहले महादेव और पारवती का पूजन अनिवार्य है. 
Y    शाबर मन्त्रों में दुहाई दी जाती हैइसमें अपने गुरु ,महादेव पार्वती और इष्ट की दुहाई विशेष रूप से दी जाती है.


शाबर मन्त्र साधनाएं कैसे करें 



·        सर्वश्रेष्ट तो यह है की आप गुरु खोजें और उनसे मंत्र प्राप्त करें.
·        गुरु मंत्र का 11000 जाप करें . फिर दूसरी साधना करें.
·        यदि गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का 11000 जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:-
१] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :-

:: ॐ नमः शिवाय ::

२] महाकाली बीज मंत्रम :-

|| ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ॐ ||

३] शिव शक्ति मंत्रम :-

|| ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः ||

४] शिव गुरु मंत्रम :-

|| ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः ||



जप कैसे करें:-



  • रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं.
  • गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं.
  • इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
  • गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए.

रविवार, 27 अगस्त 2017

बनता काम बिगड़ता हो तो

कठिन परिश्रम से आप अपना काम कर रहे हो  इसके बावजूद भी आपका हक कोई और ले जाता हो । 

बेवजह रूकावट पैदा करते हों।

 बेवजह आपको हानि पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा हो |

 तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत ही लाभदायक सिध्द होगा। 

रात्रि में 9 बजे से बजे के बीज में यह उपाय करना बहुत ही शुभ रहेगा। 

एक चौकी के ऊपर लाल कपड़ा बिछा कर उसके ऊपर नारियल लेकर उसके ऊपर लाल कपड़ा लपेट कर कलावा बांध दें। 

इस नारियल को चौकी के ऊपर रख दें।

 चमेली के तेल का दीपक जला करके लोबान का धुप या अगरबत्ती जलाएं |

खोये का प्रसाद चढ़ाएं लाल फूल चढ़ाएं |

 हर नारियल के ऊपर कुमकुम से स्वस्तिक बनाए 

 प्रत्येक स्वस्तिक के ऊपर पांच-पांच लौंग रखें और एक सुपारी रखें। 

माँ भगवती का ध्यान करें। कष्टों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें । 
1
|| ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ||

||ॐ नमो महा शाबरी शक्ति , मम अनिष्ट निवारय निवारय , मम कार्य सिद्धिम कुरु कुरु स्वाहा ||

इन दोनों मन्त्र कि 1 - 1 माला करें

तत्पश्चात नारियल सहित समस्त सामग्री को सफेद कपड़े में बांध कर अपने ऊपर से 11 बार वार कर सोने वाले पलंग के नीचे रख दें। और सो जाएँ |

 सुबह ब्रह्म मुहूर्त में बिना किसी से बात किए यह सामग्री कुएं, तालाब या किसी बहते हुए पानी में प्रवाह कर दें। 

ऐसा लगातार 11 दिन करें .लाभ होगा 





Y    शाबर मंत्रों की साधना किसी भी जाति धर्म या लिंग का व्यक्ति कर सकता है.
Y    इन मन्त्रों का संयोजन विभिन्न संतों और योगियों ने अलग अलग भाषाओँ में किया हैये लगभग सभी भाषाओँ में पाए जाते हैं.
Y    इनका संयोजन अजीब होता है कई बार ये निरर्थक शब्द जैसे लगते हैं पर उन्हें यथावत पढ़ना और प्रयोग करना चाहिए.
Y    शाबर मंत्र की साधना में गुरु की आवश्यकता होती है. गुरु के साथ की गई साधनायें जल्द सफल होती हैं.
Y    इन साधनों में आचार विचार की शुद्धता और पवित्रता से जल्द लाभ होता है.
Y    शाबर मंत्र के जनक आदिदेव महादेव हैं इसलिए हर साधना से पहले महादेव और पारवती का पूजन अनिवार्य है. 
Y    शाबर मन्त्रों में दुहाई दी जाती हैइसमें अपने गुरु ,महादेव पार्वती और इष्ट की दुहाई विशेष रूप से दी जाती है.


शाबर मन्त्र साधनाएं कैसे करें 



·        सर्वश्रेष्ट तो यह है की आप गुरु खोजें और उनसे मंत्र प्राप्त करें.
·        गुरु मंत्र का 11000 जाप करें . फिर दूसरी साधना करें.
·        यदि गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का 11000 जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:-
१] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :-

:: ॐ नमः शिवाय ::

२] महाकाली बीज मंत्रम :-

|| ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ॐ ||

३] शिव शक्ति मंत्रम :-

|| ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः ||

४] शिव गुरु मंत्रम :-

|| ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः ||



जप कैसे करें:-



  • रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं.
  • गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं.
  • इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
  • गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए.

शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2015

रक्षा शाबर मंत्र

इन मन्त्रों का प्रयोग साधना या प्रयोग के पहले साधक अपने शरीर को बांधने के लिए करते हैं | इन मन्त्रों के द्वारा प्रयोग के दौरान किसी भी प्रकार के आघात से सुरक्षा मिलती है |

आगे निखिलेश्वरानंद गुरु  की चौकी |
दाहिने नरसिंह की चौकी |
पीछे काल भैरव की चौकी |
बाएं हनुमंत की चौकी |
ऊपर ब्रह्मा की चौकी |
नीचे शेषनाग की चौकी |
दशों दिसा में छप्पन कोटि देवी-देवता की चौकी |
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति, फुरो मन्त्र इश्वरी वाचा ||
  • गोबर के कंडे में धुप जलाते रहें |
  • जाप के पहले एक पानी वाला नारियल काले कपड़े में सामने रख लें |
  •  जाप के बाद उस कपडे को लपेट लें ताकि उस नारियल को कोई दूसरा ना देख सके |
  • नवरात्री में १००८ बार जाप करें |
  • जाप पूरा होने वाले दिन जाप समाप्त कर  उस नारियल को ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर २१ बार घुमा लें | इसके बाद उस नारियल को काले कपडे में लपेट कर नदी में विसर्जित कर दें |
  • जब रक्षा की आवश्यकता हो तो तीन बार पाठ करके जमीं पर बाएं पैर से तीन प्रहार करें |  बाएं पैर में अपनी तीन ऊँगली से स्पर्श करें और उन्ही उँगलियों से अपने माथे पर त्रिपुंड यानी तीन लाइनों वाला  तिलक (शंकर भगवान् वाला ) बना लें | भगवान् शिव ( जो शबर मन्त्रों के अधिपति हैं) को प्रणाम कर अपना कार्य प्रारंभ करें|

मंगलवार, 7 अक्तूबर 2014

चंद्रग्रहण : सम्मोहन साधना



सम्मोहन का मतलब होता है , व्यक्तित्व ऐसा हो की लोग प्रभावित हों आकर्षित हों. यह स्त्री पुरुष आकर्षण के मामले में भर लागु नहीं होता , जीवन के हर क्षेत्र में इसकी आवश्यकता होती है. दुकान भी उसी दुकानदार की ज्यादा चलती है जिसके व्यक्तित्व में ज्यादा आकर्षण या सम्मोहन होता है. पत्नी भी उसी पति की बात मानती है जिससे उसे आकर्षण होता है. बॉस भी उसी कर्मचारी की बातको तवज्जो देता है जिसके व्यक्तित्व में सम्मोहन होता है. जनता भी उसी नेता का अनुसरण करती है जिसका व्यक्तित्व सम्मोहक होता है.

सम्मोहन शारीर या चेहरे की सुन्दरता से नहीं होता वह कुछ ऐसा आतंरिक वाइब्रेशन है जो लोगों को खींचता है . ऐसी ही एक विधि प्रस्तुत है जो आपके अन्दर के सम्मोहन को आकर्षण को बढ़ाएगा.

चंद्रग्रहण  सम्मोहन साधना का सबसे बढ़िया दिवस होता है.
ग्रहण काल में अपनी शक्ति के अनुसार मोती का एक दाना लाकर सामने रख लें. उसके सामने जितना ज्यादा से ज्यादा जाप हो सके निम्न मन्त्र की करें.

|| ॐ सं सम्मोहनाय सम्मोहनाय सं सोमाय नम: ||

इसे हो सके तो उसी दिन पहन लें.
शाम को जब चाँद निकले तब से जब तक आप कर सकें चाँद को देखते हुए इसी मन्त्र का जाप करें. आपकी आँखों में सम्मोहन शक्ति का विकास होगा.

विशेष :- किसी अनुचित कार्य में इसका प्रयोग न करें अन्यथा चन्द्रमा के कुपित होने के फलस्वरूप स्वेत कुष्ट [सफ़ेद दाग] जैसे दाग चेहरे पर आ सकते हैं. जो की लाइलाज होता है.

बुधवार, 10 सितंबर 2014

गृह शांति और रक्षा के लिए एक विधि

आपने देखा होगा की लगभग सभी दुकानों में लाल कपडे में नारियल बांधकर लटकाया जाता है, कई घरों में भी ऐसा किया जाता है. यह स्थान देवता की पूजा और गृह रक्षा के लिए किया जाता है.
नवरात्रि पर अपने घर मे गृह शांति और रक्षा के लिए एक विधि प्रस्तुत है जिसके द्वारा आप अपने घर पर पूजन करके नारियल बाँध सकते हैं.

आवश्यक सामग्री :-

लाल कपडा सवा मीटर
नारियल
सामान्य पूजन सामग्री
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यदि आर्थिक रूप से सक्षम हों तो इसके साथ रुद्राक्ष/ गोरोचन/केसर भी डाल सकते हैं.
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  1. वस्त्र/आसन लाल रंग का हो तो पहन लें यदि न हो तो जो हो उसे पहन लें.
  2. सबसे पहले शुद्ध होकर आसन पर बैठ जाएँ. हाथ में जल लेकर कहें " मै [अपना नाम ] अपने घर की रक्षा और शांति के लिए यह पूजन कर रहा हूँ मुझपर कृपा करें और मेरा मनोरथ सिद्ध करें."
  3. इतना बोलकर हाथ में रखा जल जमीन पर छोड़ दें. इसे संकल्प कहते हैं.
  4. नारियल पर मौली धागा [अपने हाथ से नापकर तीन हाथ लम्बा तोड़ लें.] लपेट लें.
  5. लपेटते समय निम्नलिखित मंत्र का जाप करें." ॐ श्री विष्णवे नमः"
  6. अब अपने सामने लाल कपडे पर नारियल रख दें. पूजन करें.
  7. नारियल के सामने निम्नलिखित मंत्र का 1008 बार जाप करें ऐसा कम से कम तीन दिन तक करें. पूरी नवरात्रि कर सकें तो और भी बेहतर है.

"ॐ नमो आदेश गुरून को इश्वर वाचा अजरी बजरी बाडा बज्जरी मैं बज्जरी को बाँधा, दशो दुवार छवा और के ढालों तो पलट हनुमंत वीर उसी को मारे, पहली चौकी गणपति दूजी चौकी में भैरों, तीजी चौकी में हनुमंत,चौथी चौकी देत रक्षा करन को आवे श्री नरसिंह देव जी शब्द सांचा पिंड कांचा फुरो मंत्र इश्वरी वाचा"

अब इस नारियल को लाल कपडे में लपेट ले. आपका रक्षा नारियल तय्यार है. इसे आप दशहरा, दीपावली, पूर्णिमा, अमावस्या या अपनी सुविधानुसार किसी भी दिन घर की छत में हुक हो तो उसपर बांधकर लटका दें. यदि न हो तो पूजा स्थान में रख लें. नित्य पूजन के समय इसे भी अगरबत्ती दिखाएँ.

मंगलवार, 11 मार्च 2014

गोशाला [तबेला] की रक्षा का मंत्र

|| ॐ नमो भगवते त्रयम्बकाए !  पशुमयो ! पशुमयो ! चुलू चुलू ! मिली मिली ! भिदी भिदी !गोमानिनी ! चक्रिणी ! महातारे गोवंश रक्षिणी ह्रुं फट ||

मंत्र को कुमकुम या सिन्दूर से त्रिकोण बनाकर उसके अन्दर लिखकर गोशाला में टांगने से रक्षा होती है.

मंगलवार, 4 मार्च 2014

नजर हटाने का मंत्र

||दोहाई हनुमान की ! दोहाई हनुमान की ! दोहाई हनुमान की ! दोहाई हनुमान की ! दोहाई हनुमान की ! दोहाई लोना चमारिन की!  दोहाई पहलवान की!  दोहाई दुर्गा मैय्या की! नजर टोना टोटका सब साफ़ ख़तम ||

१००८ बार पढ़कर सिद्ध करें.
जाप काल में धुप दीप लगायें.
प्रयोग करते समय ५ बार पढ़कर फूंक दें.

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

रक्षा मंत्र -२

 रक्षा मंत्र :-

||जल बांधों ,थल बांधों , बांधों अपनी काया, सात सौ योगिनी बांधों, बांधों जगत की माया, दुहाई कामरू कामाक्षा देवी की, नैना योगिनी की, दुहाई गौरा पारवती की , दुहाई वीर मसान की ||

सोमवार, 16 दिसंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह 
[१२ भागों में ]

पुरे संग्रह [१२ भाग] का मूल्य 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ]

मनिआर्डर द्वारा 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ] भेजकर मंगाने का पता तथा फ़ोन :-

प्रकाशक :-
कल्याण मंदिर प्रकाशन
श्री चंडी धाम 
अलोपी देवी मार्ग
प्रयाग - 211006 
फोन - 0532-2502783
मोबाईल -94502-22767


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शनिवार, 16 नवंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं.
प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है.
वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह
[१२ भागों में ]

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बुधवार, 16 अक्तूबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


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सोमवार, 16 सितंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


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शुक्रवार, 13 सितंबर 2013

शाबर गुरु मंत्र


शाबर गुरु मंत्र कई प्रकार के हैं.
साधना करने से पहले इनमे से किसी एक का ११०० बार जाप कर सिद्ध कर लेना चाहिए.

किसी भी साधन या प्रयोग के पहले ११ बार गुरु मंत्र का उचारण कर लेने से बढ़िया रहता है.

शाबर गुरु मंत्र :-

गुरु सठ  गुरु सठ हैं वीर ,
गुरु साहब सुमरौं बड़ी भांत,
सिंगी टोरों बन कहों ,
मन नाऊँ करतार ,
सकल गुरु को हर भजे,
घट्टा पकर उठ जाग,
चेत संभार श्री परम हंस ||






सोमवार, 2 सितंबर 2013

अघोर चतुर्दशी : ३ सितम्बर

शाबर मन्त्रों के अधिपति भगवान शिव हैं. उनका सबसे प्रचंड स्वरुप है अघोर शिव. उनकी साधना से साधना का मार्ग सहज और सरल हो जाता है :-




॥ ऊं अघोरेश्वराय महाकालाय नमः ॥

  • १,२५,००० मंत्र का जाप .
  • दिगंबर/नग्न  अवस्था में जाप करें
  • अघोरी साधक श्मशान की चिताभस्म का पूरे शारीर पर लेप करके जाप करते हैं. 
  • लेकिन गृहस्थ साधकों के लिए  चिताभस्म निषिद्ध है. वे इसका उपयोग नहीं  करें. यह गम्भीर  नुकसान कर सकता है.
  • गृहस्थ साधक अपने शरीर पर गोबर के कंडे  की राख से त्रिपुंड बनाएं . यदि सम्भव हो तो पूरे शरीर पर लगाएं.
  • रुद्राक्ष पहने तथा रुद्राक्ष की माला से जाप करें.
  • जिस माला से आप जाप कर रहे हैं उसपर जप से पहले भस्म अर्पित करें.
  • जाप होने के बाद माला गले में धारण करें.
  • इस माला को किसी को स्पर्श न करने दें.
  • आगे की साधनाएँ करते समय इस माला को गले में धारण किये रहें तो यह सुरक्षा चक्र  का काम करेगा.
  • जाप के बाद थोड़ी देर साधना स्थल पर शांत होकर बैठें.
  • भावना करें की., "जाप से जो उर्जा उठी है वह मेरे शारीर और आत्मा में समाहित हो रही है, मै शिवमय हो रहा हूँ "
  • जाप से उठने के बाद स्नान अवश्य करें. यह मन्त्र शारीर को बहुत गर्म कर देता है, यदि संभव हो तो ठन्डे पानी से ही स्नान करें.
  • जाप के बाद स्नान करने के बाद सामान्य कार्य कर सकते हैं.
  • जाप से प्रबल ऊर्जा उठेगी, किसी पर क्रोधित होकर या स्त्री सम्बन्ध से यह उर्जा विसर्जित हो जायेगी . इसलिए पूरे साधना काल में क्रोध और काम से बचकर रहें. शिव कृपा होगी.


शनिवार, 31 अगस्त 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह 
[१२ भागों में ]

पुरे संग्रह [१२ भाग] का मूल्य 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ]

मनिआर्डर द्वारा 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ] भेजकर मंगाने का पता तथा फ़ोन :-

प्रकाशक :-
कल्याण मंदिर प्रकाशन
श्री चंडी धाम 
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गुरुवार, 29 अगस्त 2013

बच्चों की नजर उतारने का मंत्र

 बच्चों को नजर लगने पर निम्न लिखित मंत्र पढ़कर मोरपंख या लोहे की सलाई से झाड़ दें.
यह सिद्ध मंत्र है इसे सिद्ध किये बिना भी प्रयोग कर सकते हैं.


||ॐ नमो आदेश गुरु का गिरहबाज नटनी का जाया , चलती बेर कबूतर खाया , पीवे दारू खाय जो मांस रोग दोष को लावे फांस , कहाँ कहाँ से लावेगा , गुद गुद में सुद्रावेगा , बोटी बोटी में से लावेगा ,चामचाम में से लावेगा, मार मार बंदी करकर लावेगा , न लावेगा , तो अपनो माता की सेज पर पग रखेगा, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र इश्वरो वाचा || 


बुधवार, 28 अगस्त 2013

शाबर मंत्र साधना करते समय सावधानियां


  1. आचार विचार व्यवहार शुद्ध रखें.
  2. बकवास और प्रलाप न करें.
  3. किसी पर गुस्सा न करें.
  4. किसी स्त्री का चाहे वह नौकरानी क्यों न हो, अपमान न करें.
  5. यथासंभव मौन रहें.
  6. जप और साधना का ढोल पीटते न रहें, इसे यथा संभव गोपनीय रखें.
  7. बेवजह किसी को तकलीफ पहुँचाने के लिए और अनैतिक कार्यों के लिए मन्त्रों का प्रयोग न करें. ऐसा करने पर परदैविक प्रकोप होता है जो सात पीढ़ियों तक अपना गलत प्रभाव दिखाता है.
  8. गुरु और देवता का कभी अपमान न करें.
  9. ब्रह्मचर्य का पालन करें.विवाहित हों तो साधना काल में बहुत जरुरी होने पर अपनी पत्नी से सम्बन्ध रख सकते हैं.
  10. अपनी पूजन सामग्री और देवी देवता के यंत्र चित्र को किसी दुसरे को स्पर्श न करने दें.

मंगलवार, 27 अगस्त 2013

शाबर मंत्र साधना करने से पहले क्या करें.








  • सर्वश्रेष्ट तो यह है की आप गुरु खोजें और उससे मंत्र प्राप्त करें.
  • गुरु मंत्र का १२५००० जाप करें . फिर दूसरी साधना करें.
  • यदि गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का १२५००० जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:-
१] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :-

:: ॐ नमः शिवाय ::

२] महाकाली बीज मंत्रम :-

|| ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ॐ ||
३] शिव शक्ति मंत्रम :-

|| ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः ||

४] शिव गुरु मंत्रम :-

|| ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः ||



जप कैसे करें:-

  • रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं.
  • गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं.
  • इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
  • गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए.

रविवार, 25 अगस्त 2013

शाबर मंत्र साधना में गुरु की आवश्यकता


  • शाबर मंत्र साधना के लिए गुरु धारण करना श्रेष्ट होता है.
  • गुरु साधना से उठने वाली उर्जा को नियंत्रित और संतुलित करता है जिससे साधना में जल्दी सफलता मिल जाती है.
  • वैसे ये साधनाएँ बिना गुरु के भी की जा सकती हैं.
  • शाबर साधना गुरु के आभाव में करने से पहले अपने इष्ट या भगवान शिव के मंत्र का एक पुरस्चरण यानि १,२५,००० जाप कर लेना चाहिए.
  • इसके अलावा हनुमान चालीसा का नित्य पाठ भी लाभदायक होता है.

गुरुवार, 22 अगस्त 2013

शाबर मन्त्रों के सामान्य नियम.



|| ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ||
  1. शाबर मंत्रों की साधना किसी भी जाति , धर्म या लिंग का व्यक्ति कर सकता है.
  2. इन मन्त्रों का संयोजन विभिन्न संतों और योगियों ने अलग अलग भाषाओँ में किया है, ये लगभग सभी भाषाओँ में पाए जाते हैं.
  3. इनका संयोजन अजीब होता है , कई बार ये निरर्थक शब्द जैसे लगते हैं पर उन्हें यथावत पढ़ना और प्रयोग करना चाहिए.
  4. शाबर मंत्र की साधना में गुरु की आवश्यकता होती है. गुरु के साथ की गई साधनायें जल्द सफल होती हैं.
  5. इन साधनों में आचार विचार की शुद्धता और पवित्रता से जल्द लाभ होता है.
  6. शाबर मंत्र के जनक आदिदेव महादेव हैं , इसलिए हर साधना से पहले महादेव और पारवती का पूजन अनिवार्य है. 
  7. शाबर मन्त्रों में दुहाई दी जाती है, इसमें अपने गुरु ,महादेव पार्वती और इष्ट की दुहाई विशेष रूप से दी जाती है.