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मंगलवार, 26 मई 2020

पाँच मुखी रुद्राक्ष के प्रयोग

 पाँच मुखी रुद्राक्ष 



  • पञ्च मुखी रुद्राक्ष सहजता से मिल जाता है। 
  • यह पंच देवों का स्वरूप है । 
  • शिवकृपा देता है । 
  • उच्च रक्तचाप HIGH BP में लाभदायक है । 
  • शिवरात्रि या किसी सोमवार को 1008 बार "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप कर धारण करने से रक्षा कवच का काम करता है . इसे पहनने से नजर/तंत्र /टोटका से रक्षा मिलती है .
  • अमावस्या, कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी , शिवरात्रि या किसी सोमवार को अपने सामने चौकी मे इसे रखकर  1008 बार "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप बेलपत्र या पुष्प चढ़ाते हुए करे। इसे अपने वाहन मे रखें । दुर्घटनाओं मे रक्षा प्रदान करेगा । 
  • किसी को ऊपरी बाधा लग रही हो तो हनुमानजी को चोला चढ़ाने के समय पांचमुखी रुद्राक्ष उनके चरणों के पास रखें । हनुमान चालीसा का 11 पाठ करें । हर पाठ के बाद उनके बाएँ पांव से सिंदूर लेकर रुद्राक्ष पर लगाएँ ।  फिर पीड़ित को पहना दें । और फिर से 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें । लाभ होगा । 
  • घर की रक्षा के लिए पाँच मुखी रुद्राक्ष के 11 दाने ले लें । उसे कटोरी मे गंगा जल मे डूबा दें । 1008 बार " ॐ नमः शिवाय शिवाय नमः ॐ " मंत्र का जाप करें । हर दिन जल बदल देंगे । पहले दिन के जल को घर मे छिड़क देंगे । 11 दिन तक नित्य ऐसा करें । 11 दिन के बाद सफ़ेद या लाल कपड़े मे बांधकर घर के मुख्य द्वार के ऊपर लटका दें । रोज धूप दिखाते रहें । 
  • इसे साथ मे रखने से ही बहुत सारी नकारात्मक शक्तियाँ भाग जाती हैं । 

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

शिवरात्रि:


  1. शिवरात्रि शाबर मन्त्रों के अधिपति भगवान् महादेव शिव का पर्व है |
  2. इसे शाबर साधनाएं सिद्ध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है |
  3. इस अवसर पर आप विभिन्न मन्त्रों का 108 बार जाप करके जागरण कर सकते हैं |


शनिवार, 21 दिसंबर 2019

रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र






साधना मे रक्षा हेतु हनुमान शाबरमंत्र
·       इस शाबर मंत्र को किसी शुभ दिन जैसे ग्रहण, होली, रवि पुष्य योग, गुरु पुष्य योग मे1008 बार जप कर सिद्ध कर ले ।
·       इस मंत्र का जाप आप एकांत/हनुमान मंदिर/अपने घर मे करें |
·       हनुमान जी का विधी विधान से पुजन करके 11 लड्डुओ का भोग लगा कर जप शुरू कर दे । जप समाप्त होने पर हनुमान जी को प्रणाम करे | त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना कर लें |
·       जब भी आप कोई साधना करे |तो मात्र 7 बार इस मंत्र का जाप करके रक्षा घेरा बनाने से स्वयं हनुमान जी रक्षा करते है ।
·       इस मंत्र का 7 बार जप कर के ताली बजा देने से भी पूर्ण तरह से रक्षाहोती है ।

इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद रोज इस मंत्र की 1 माला जाप करने पर इसका तेज बढ़ता जाता है  और टोना जादु साधक पर असर नही करते ।
मंत्र :-
॥ ओम नमो वज्र का कोठा, जिसमे पिंण्ड हमारा पैठा,
ईश्वर कुंजी ब्रम्हा का ताला, मेरे आठो अंग का यति हनुमंत वज्र वीर रखवाला ।


शुक्रवार, 1 मार्च 2019

रक्षा कवच : शिवरात्रि विशेष

.
  1. पञ्च मुखी रुद्राक्ष ले लें . यह 10 रु से कम मूल्य पर बाजार में मिल जाता है .

  1. इसे गाय के दूध में शिवरात्रि की रात भर डूबा कर रखें .
  2. इसको अपने सामने लाल कपडे में रखकर निम्नलीखित मन्त्र का 11 बार जाप करें .
  3. सुबह गंगा जल से धो लें.
  4. अगर आपने तांत्रिक गुरु धारण किया है तो गुरु के स्थान पर अपने गुरु का नाम भी ले सकते हैं .
|| ॐ नमो सत्य नाम आदेश गुरु को |ॐ नमो नजर जहां पर पीर न जानी | बोले छ्लसों अमृतबानी , कहो नजर कहाँ ते आई | यहाँ कौ ठौर तोही कौन बताई | कौन जात तेरो कहाँ ठाम | किसकी बेटी कहा तेरो नाम | कहाँ से उडी कहाँ को जाया | अब ही बस कर ले तेरी माया | मेरी जात सुना चितलाय | जैसी होय सुनाऊं आय | तेलन, तमोलन, चुह्डी, चमारी, कायथनी, खतरानी, कुम्हारी, महतरानी, राजा की रानी | जाको दोष ताहि के सर पड़े | निखिल पीर नजर से रक्षा करे | मेरी भक्ति गुरु की शक्ति , फुरो मन्त्र इश्वरी वाचा || 
  • अब यदि बड़ा बच्चा है तो लाल या काले धागे में पहना दें.
  • यदि कर सके तो  बालक हर सोमवार को रुद्राक्ष सामने रखकर 11 बार जाप करें फिर पहन ले .
  • यदि छोटा शिशु है तो उसके तकिये के नीचे रखें .
  • शिवरात्रि को रुद्राक्ष सामने रखकर 11 बार जाप करें तथा वापस तकिये के नीचे रख दें | 
  • रुद्राक्ष साक्षात् शिव का प्रतीक है और उनसे बड़ा कोई रक्षक नहीं इसलिए यह सभी प्रकार से रक्षा करता है .

शिवरात्रि : शाबर साधनाओं का सिद्ध मुहूर्त


  1. शिवरात्रि शाबर मन्त्रों के अधिपति भगवान् महादेव शिव का पर्व है |
  2. इसे शाबर साधनाएं सिद्ध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है |
  3. इस अवसर पर आप विभिन्न मन्त्रों का 108 बार जाप करके जागरण कर सकते हैं |


रविवार, 14 जनवरी 2018

तांत्रिक अभिचार

.


|| 
ओम एक ठो सरसों सौला राइ मोरो पटवल को रोजाई खाय खाय पड़े भार जे करे ते मरे उलट विद्या ताहि पर परे शब्द साँचा पिंड काँचा हनुमान का मंत्र सांचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ||
  •  यदि किसी के ऊपर तांत्रिक अभिचार कर दिया हो तो इस मन्त्र का प्रयोग करें .

  •  थोड़ी सी राईसरसों तथा नमक मिला कर रख लेइसके बाद इस मंत्र का जाप करते हुए सात बार रोगी का उतारा करे .उतरा का मतलब सर से लेकर पैर तक लाना |
  •  
  •  फिर जलती हुई भट्टी/चूल्हा/ अग्नि  में यह सामग्री झोंक दे तो सारा मायाजाल वापस चला जायेगा..

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शाबर मन्त्र कुछ तथ्य :- 
·         इन मन्त्रों का संयोजन विभिन्न संतों और योगियों ने अलग अलग भाषाओँ में किया हैये लगभग सभी भाषाओँ में पाए जाते हैं.
·        इनका संयोजन अजीब होता है , कई बार ये निरर्थक शब्द जैसे लगते हैं पर उन्हें यथावत पढ़ना और प्रयोग करना चाहिए.
·        शाबर मंत्र की साधना में गुरु की आवश्यकता होती है. गुरु के साथ की गई साधनायें जल्द सफल होती हैं.
·        इन साधनों में आचार विचार की शुद्धता और पवित्रता से जल्द लाभ होता है.
·        शाबर मंत्र के जनक आदिदेव महादेव हैं , इसलिए हर साधना से पहले महादेव और पार्वती का पूजन अनिवार्य है. 
·        शाबर मन्त्रों में दुहाई दी जाती हैइसमें अपने गुरु ,महादेव पार्वती और इष्ट की दुहाई विशेष रूप से दी जाती है.
शाबर मन्त्र साधनाएं कैसे करें 
Y      सर्वश्रेष्ट तो यह है की आप गुरु खोजें और उनसे मंत्र प्राप्त करें.
Y      गुरु मंत्र का 11000 जाप करें . फिर दूसरी साधना करें.
Y      यदि गुरु न मिले तो निम्नलिखित मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का 11000 जाप करें फिर साधना प्रारंभ करें.:-
१] शिव पंचाक्षरी मंत्रम :-                   :: ॐ नमः शिवाय ::
२] महाकाली बीज मंत्रम :-                          || ॐ क्रीं क्रीं क्रीं  ||
३] शिव शक्ति मंत्रम :-                                   || ॐ साम्ब सदाशिवाय नमः ||
४] शिव गुरु मंत्रम :-                                     || ॐ महादेवाय जगद्गुरुवे नमः ||
जप कैसे करें:-
  • सामन्यतः रुद्राक्ष की माला आसानी से मिल जाती है आप उसी से जाप कर सकते हैं. गुरु मन्त्र का जाप करने के बाद उस माला को सदैव धारण कर सकते हैं.इस प्रकार आप मंत्र जाप की उर्जा से जुड़े रहेंगे और यह रुद्राक्ष माला एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
  • गुरु मंत्र का नित्य जाप करते रहना चाहिए.
  • जप संख्या रोज एक सामान रखें तो बेहतर होगा . इष्ट गुरु तथा मन्त्र पर अगाध श्रद्धा रखें .
  • सभी मन्त्रों को ग्रहण जैसे विशेष अवसरों पर जाप करके जागृत करते रहना चाहिए
मंत्र साधना करते समय सावधानियां
Y      मन्त्र तथा साधना को गुप्त रखें, ढिंढोरा ना पीटें, बेवजह अपनी साधना की चर्चा करते ना फिरें .
Y      गुरु तथा इष्ट के प्रति अगाध श्रद्धा रखें .
Y      आचार विचार व्यवहार शुद्ध रखें.
Y      बकवास और प्रलाप न करें.
Y      किसी पर गुस्सा न करें.
Y      यथासंभव मौन रहें.अगर सम्भव न हो तो जितना जरुरी हो केवल उतनी बात करें.
Y      किसी स्त्री का चाहे वह नौकरानी क्यों न होअपमान न करें.
Y      जप और साधना का ढोल पीटते न रहेंइसे यथा संभव गोपनीय रखें.
Y      बेवजह किसी को तकलीफ पहुँचाने के लिए और अनैतिक कार्यों के लिए मन्त्रों का प्रयोग न करें.
Y      ऐसा करने पर परदैविक प्रकोप होता है जो सात पीढ़ियों तक अपना गलत प्रभाव दिखाता है.
Y      इसमें मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों का जन्म , लगातार गर्भपात, सन्तान ना होना , अल्पायु में मृत्यु या घोर दरिद्रता जैसी जटिलताएं भावी पीढ़ियों को झेलनी पड सकती है |
Y      भूत, प्रेत, जिन्न,पिशाच जैसी साधनाए भूलकर भी ना करें , इन साधनाओं से तात्कालिक आर्थिक लाभ जैसी प्राप्तियां तो हो सकती हैं लेकिन साधक की साधनाएं या शरीर कमजोर होते ही उसे असीमित शारीरिक मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है | ऐसी साधनाएं करने वाला साधक अंततः उसी योनी में चला जाता है |
गुरु और देवता का कभी अपमान न करें.

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शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2015

रक्षा शाबर मंत्र

इन मन्त्रों का प्रयोग साधना या प्रयोग के पहले साधक अपने शरीर को बांधने के लिए करते हैं | इन मन्त्रों के द्वारा प्रयोग के दौरान किसी भी प्रकार के आघात से सुरक्षा मिलती है |

आगे निखिलेश्वरानंद गुरु  की चौकी |
दाहिने नरसिंह की चौकी |
पीछे काल भैरव की चौकी |
बाएं हनुमंत की चौकी |
ऊपर ब्रह्मा की चौकी |
नीचे शेषनाग की चौकी |
दशों दिसा में छप्पन कोटि देवी-देवता की चौकी |
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति, फुरो मन्त्र इश्वरी वाचा ||
  • गोबर के कंडे में धुप जलाते रहें |
  • जाप के पहले एक पानी वाला नारियल काले कपड़े में सामने रख लें |
  •  जाप के बाद उस कपडे को लपेट लें ताकि उस नारियल को कोई दूसरा ना देख सके |
  • नवरात्री में १००८ बार जाप करें |
  • जाप पूरा होने वाले दिन जाप समाप्त कर  उस नारियल को ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर २१ बार घुमा लें | इसके बाद उस नारियल को काले कपडे में लपेट कर नदी में विसर्जित कर दें |
  • जब रक्षा की आवश्यकता हो तो तीन बार पाठ करके जमीं पर बाएं पैर से तीन प्रहार करें |  बाएं पैर में अपनी तीन ऊँगली से स्पर्श करें और उन्ही उँगलियों से अपने माथे पर त्रिपुंड यानी तीन लाइनों वाला  तिलक (शंकर भगवान् वाला ) बना लें | भगवान् शिव ( जो शबर मन्त्रों के अधिपति हैं) को प्रणाम कर अपना कार्य प्रारंभ करें|

सोमवार, 17 मार्च 2014

सुख प्रसव मंत्र

यदि प्रसव में परेशानी जा रही हो तो यह टोटका भी अजमा कर देखें.


|| ॐ नमो वीर निचला गर्भ मुंच मुंच स्वाहा ||


  1. इस मंत्र को तेल या गुड पर २१ बार पढ़ दें .
  2. इस प्रकार अभिमंत्रित तेल या गुड को देवी माँ से सुख प्रसव की प्रार्थना करते हुए अगरबत्ती दिया दिखाएं.
  3. अब इसे गर्भवती के कमरे में रख दें.
  4. आसानी से प्रसव की संबावना बढ़ जाएगी

गुरुवार, 27 फ़रवरी 2014

शरीर बांधने का मंत्र

|| ॐ वज्र का सीकड़ ! वज्र का किवाड़ ! वज्र बंधे दसो द्वार ! वज्र का सीकड़ से पी बोल ! गहे दोष हाथ न लगे ! आगे वज्र किवाड़ भैरो बाबा ! पसारी चौसठ योगिनी रक्षा कारी ! सब दिशा रक्षक भूतनाथ !दुहाई इश्वर , महादेव, गौरा पारवती की ! दुहाई माता काली की ||

  1. १००८ बार जपकर सिद्ध करें.
  2. प्रयोग के समय ११ बार बोलकर अपने शरीर पर हाथ फेर दें.
  3.  पूजन में बैठ रहे हों तो अपने चरों ओर घेरा बना लें . इससे सुरक्षा रहेगी .

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

रक्षा मंत्र -२

 रक्षा मंत्र :-

||जल बांधों ,थल बांधों , बांधों अपनी काया, सात सौ योगिनी बांधों, बांधों जगत की माया, दुहाई कामरू कामाक्षा देवी की, नैना योगिनी की, दुहाई गौरा पारवती की , दुहाई वीर मसान की ||

सोमवार, 16 दिसंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह 
[१२ भागों में ]

पुरे संग्रह [१२ भाग] का मूल्य 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ]

मनिआर्डर द्वारा 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ] भेजकर मंगाने का पता तथा फ़ोन :-

प्रकाशक :-
कल्याण मंदिर प्रकाशन
श्री चंडी धाम 
अलोपी देवी मार्ग
प्रयाग - 211006 
फोन - 0532-2502783
मोबाईल -94502-22767


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शनिवार, 30 नवंबर 2013

आधा शीशी का दर्द निवारक शाबर मंत्र



आधा शीशी का दर्द निवारक शाबर मंत्र 



मसान मेरा मन बसे.
कटी बसे कपाल .
हांक सुने हनुमंता की .
आधी शीशी जाये पाताल  .
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति 
फुरो मंत्र इश्वरी वाचा .

१००८ बार जाप करके मंत्र सिद्ध करें.
लोबान का धुप लगाकर जाप करें.
मंगल या शनिवार को सिद्ध करें.
जाप के बाद एक पूरा पानी वाला नारियल हनुमान जी के चरणों में छोड़ दें. उसे वापस न लायें.

घर आकर ११ बार हनुमान चालीसा पढ़ें.


प्रयोग करते समय ११ बार मंत्र पढ़कर फूंक  दें.

शनिवार, 16 नवंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं.
प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है.
वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


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बुधवार, 16 अक्तूबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


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सोमवार, 16 सितंबर 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


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शुक्रवार, 13 सितंबर 2013

शाबर गुरु मंत्र


शाबर गुरु मंत्र कई प्रकार के हैं.
साधना करने से पहले इनमे से किसी एक का ११०० बार जाप कर सिद्ध कर लेना चाहिए.

किसी भी साधन या प्रयोग के पहले ११ बार गुरु मंत्र का उचारण कर लेने से बढ़िया रहता है.

शाबर गुरु मंत्र :-

गुरु सठ  गुरु सठ हैं वीर ,
गुरु साहब सुमरौं बड़ी भांत,
सिंगी टोरों बन कहों ,
मन नाऊँ करतार ,
सकल गुरु को हर भजे,
घट्टा पकर उठ जाग,
चेत संभार श्री परम हंस ||






सोमवार, 2 सितंबर 2013

अघोर चतुर्दशी : ३ सितम्बर

शाबर मन्त्रों के अधिपति भगवान शिव हैं. उनका सबसे प्रचंड स्वरुप है अघोर शिव. उनकी साधना से साधना का मार्ग सहज और सरल हो जाता है :-




॥ ऊं अघोरेश्वराय महाकालाय नमः ॥

  • १,२५,००० मंत्र का जाप .
  • दिगंबर/नग्न  अवस्था में जाप करें
  • अघोरी साधक श्मशान की चिताभस्म का पूरे शारीर पर लेप करके जाप करते हैं. 
  • लेकिन गृहस्थ साधकों के लिए  चिताभस्म निषिद्ध है. वे इसका उपयोग नहीं  करें. यह गम्भीर  नुकसान कर सकता है.
  • गृहस्थ साधक अपने शरीर पर गोबर के कंडे  की राख से त्रिपुंड बनाएं . यदि सम्भव हो तो पूरे शरीर पर लगाएं.
  • रुद्राक्ष पहने तथा रुद्राक्ष की माला से जाप करें.
  • जिस माला से आप जाप कर रहे हैं उसपर जप से पहले भस्म अर्पित करें.
  • जाप होने के बाद माला गले में धारण करें.
  • इस माला को किसी को स्पर्श न करने दें.
  • आगे की साधनाएँ करते समय इस माला को गले में धारण किये रहें तो यह सुरक्षा चक्र  का काम करेगा.
  • जाप के बाद थोड़ी देर साधना स्थल पर शांत होकर बैठें.
  • भावना करें की., "जाप से जो उर्जा उठी है वह मेरे शारीर और आत्मा में समाहित हो रही है, मै शिवमय हो रहा हूँ "
  • जाप से उठने के बाद स्नान अवश्य करें. यह मन्त्र शारीर को बहुत गर्म कर देता है, यदि संभव हो तो ठन्डे पानी से ही स्नान करें.
  • जाप के बाद स्नान करने के बाद सामान्य कार्य कर सकते हैं.
  • जाप से प्रबल ऊर्जा उठेगी, किसी पर क्रोधित होकर या स्त्री सम्बन्ध से यह उर्जा विसर्जित हो जायेगी . इसलिए पूरे साधना काल में क्रोध और काम से बचकर रहें. शिव कृपा होगी.


शनिवार, 31 अगस्त 2013

शाबर मंत्र संग्रह

शाबर मंत्र संग्रह :-

  • शाबर मन्त्रों के साधकों के लिए एक प्रमाणिक और अद्भुत शाबर मन्त्रों का दिव्य संकलन है.
  • इसमें विभिन्न मन्त्रों तथा उनके प्रयोग की प्रमाणिक विधियाँ भी दी गयी हैं. 
  • प्रत्येक शाबर साधक को इस ग्रन्थ को अपने पास सहेजकर रखना चाहिए.
  • इसमें षट्कर्म से लेकर महाविद्या साधना तक हर क्षेत्र को सहेजा गया है. 
  • वर्षों से तंत्र क्षेत्र में प्रमाणिक पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्द चंडी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना ही इसके प्रमाणिक होने का प्रमाण है.


शाबर मंत्र संग्रह 
[१२ भागों में ]

पुरे संग्रह [१२ भाग] का मूल्य 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ]

मनिआर्डर द्वारा 515=०० [ पांच सौ पंद्रह मात्र ] भेजकर मंगाने का पता तथा फ़ोन :-

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कल्याण मंदिर प्रकाशन
श्री चंडी धाम 
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गुरुवार, 29 अगस्त 2013

बच्चों की नजर उतारने का मंत्र

 बच्चों को नजर लगने पर निम्न लिखित मंत्र पढ़कर मोरपंख या लोहे की सलाई से झाड़ दें.
यह सिद्ध मंत्र है इसे सिद्ध किये बिना भी प्रयोग कर सकते हैं.


||ॐ नमो आदेश गुरु का गिरहबाज नटनी का जाया , चलती बेर कबूतर खाया , पीवे दारू खाय जो मांस रोग दोष को लावे फांस , कहाँ कहाँ से लावेगा , गुद गुद में सुद्रावेगा , बोटी बोटी में से लावेगा ,चामचाम में से लावेगा, मार मार बंदी करकर लावेगा , न लावेगा , तो अपनो माता की सेज पर पग रखेगा, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र इश्वरो वाचा || 


बुधवार, 28 अगस्त 2013

शाबर मंत्र साधना करते समय सावधानियां


  1. आचार विचार व्यवहार शुद्ध रखें.
  2. बकवास और प्रलाप न करें.
  3. किसी पर गुस्सा न करें.
  4. किसी स्त्री का चाहे वह नौकरानी क्यों न हो, अपमान न करें.
  5. यथासंभव मौन रहें.
  6. जप और साधना का ढोल पीटते न रहें, इसे यथा संभव गोपनीय रखें.
  7. बेवजह किसी को तकलीफ पहुँचाने के लिए और अनैतिक कार्यों के लिए मन्त्रों का प्रयोग न करें. ऐसा करने पर परदैविक प्रकोप होता है जो सात पीढ़ियों तक अपना गलत प्रभाव दिखाता है.
  8. गुरु और देवता का कभी अपमान न करें.
  9. ब्रह्मचर्य का पालन करें.विवाहित हों तो साधना काल में बहुत जरुरी होने पर अपनी पत्नी से सम्बन्ध रख सकते हैं.
  10. अपनी पूजन सामग्री और देवी देवता के यंत्र चित्र को किसी दुसरे को स्पर्श न करने दें.