अष्टम ज्योति बगलामुखी
प्रगटी ।
।। बगलामुखी ।।
ॐ सौ सौ दुता समुन्दर टापू, टापू में थापा सिंहासन पीला । सिंहासन पीले
ऊपर कौन बसे । सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बसे, बगलामुखी के
कौन संगी कौन साथी । कच्ची बच्ची काक-कूतिया-स्वान-चिड़िया, ॐ
बगला बाला हाथ मुद्-गर मार, शत्रु हृदय पर सवार तिसकी जिह्वा
खिच्चै बाला । बगलामुखी मरणी करणी उच्चाटण धरणी, अनन्त कोट
सिद्धों ने मानी ॐ बगलामुखी रमे ब्रह्माण्डी मण्डे चन्दसुर फिरे खण्डे खण्डे ।
बाला बगलामुखी नमो नमस्कार ।
ॐ ह्लीं ब्रह्मास्त्राय विद्महे
स्तम्भन-बाणाय धीमहि तन्नो बगला प्रचोदयात् ।
1.
महाविद्या बगलामुखी का
शाबर मंत्र है ।
2.
नवरात्रि मे यथा संभव जाप करें ।
3.
सात्विक आहार विचार और आचार रखें ।
4.
ब्रह्मचर्य का पालन करे ।
5.
किसी प्रकार का नशा न करें ।
6. सबसे पहले यदि गुरु बनाया हो
तो उनका दिया हुआ मंत्र 21
बार जपें ।
7.
यदि गुरु न बनाया हो तो निम्नलिखित गुरु मंत्र 21 बार जपें ।...
॥
ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥
8.
कम से कम 1008 जाप करना चाहिए । न कर सकें तो
जितना आप कर सकते हैं उतना करें ।
9. बगलामुखी साधना से सभी प्रकार
की शत्रु बाधा से मुक्ति प्राप्त होती है ।
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