पति से
झगड़ा और कडवे संबंध गृहस्थ जीवन की सबसे बड़ी समस्या है....
अपने पति
से समरसता बनाने के लिए ... इस मंत्र का प्रयोग करें ।
॥ यह केवल
आपस मे विवाहित पति पत्नी के लिए काम करेगा, दूसरे की
पत्नी/पति को अनुकूल बनाने या प्रेमी/प्रेमिका
को अनुकूल बनाने के लिए इस मंत्र का प्रयोग आपको नुकसान और अपयश प्रदान करेगा ॥
"हथेली में
हनुमन्त बसै, भैरु बसे कपार ।
नरसिंह
की मोहिनी, मोहे सब संसार ।
मोहन
रे मोहन्ता वीर, सब वीरन में तेरा सीर ।
सबकी
नजर बाँध दे, तेल सिन्दूर चढ़ाऊँ तुझे ।
तेल
सिन्दूर कहाँ से आया ?
कैलास-पर्वत
से आया ।
कौन
लाया, अञ्जनी का हनुमन्त,गौरी
का गनेश लाया ।
काला, गोरा, तोतला-तीनों बसे कपार ।
बिन्दा
तेल सिन्दूर का, दुश्मन गया पाताल ।
दुहाई
कमिया सिन्दूर की,
हमें
देख शीतल हो जाए भरतार ।
दुहाई
महादेव पार्वती की ।
बस जाये
मेरा परिवार ।
सत्य
नाम, आदेश गुरु का ।
फूरो मंत्र
ईश्वरो वाचा ।
जाप के अंत मे तीन बार निम्नलिखित मंत्र बोलें ।
॥ ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥
1.
कामिया सिन्दूर मिल जाये तो उसे सामने रख
लें.
2.
कामिया सिंदूर न मिले तो उस कुमकुम को या बिंदी
को रख लें जिसका आप उपयोग करती हैं ।
3.
इस मन्त्र को रोज 108 बार
जाप , होलिका दहन वाली पूर्णिमा से प्रारंभ कर अगली पूर्णिमा
तक करें.
4.
इसका जाप रात मे करना श्रेष्ठ है, लेकिन
संभव न हो तो आप दिन मे भी कर सकते हैं ।
5.
इसका टीका [बिंदी] लगाकर पति के पास जाएँ. टीका लगाते समय महामाया
से प्रार्थना करें कि मेरा पति मेरे अनुकूल हो .
6.
ऐसा नित्य करें तो पति धीरे धीरे अनुकूल होने
लगता है.
7.
ऐसा नहीं है कि इससे वह आपके आदेश का गुलाम हो
जाएगा , वह आपके प्रति सद्भावना से युक्त होने लगेगा .
8.
इसके साथ साथ अपना व्यवहार भी अच्छा और शांत रखें.
बेवजह की तानाकशी और टिप्पणी से बचें. ससुराल वालों को कोसना और मीन मेख निकालना भी
कम करें .
9.
मुस्कुराए . क्योंकि मुस्कुराहट सबसे बड़ा सम्मोहन
है. खुश रहें ।
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