जगद्गुरु, तंत्रेश्वर,कामेश्वर,अघोरेश्वर,शब्रेश्वर,...................................
भगवान् शिव को देवाधिदेव कहा गया है...
वे साक्षात् तंत्र हैं ...
वे साक्षात् मंत्र हैं.....
वे साक्षात् यन्त्र हैं........
वे सतत ध्यानस्थ हैं वे निरंतर मननशील हैं वे निरंतर नविन सृजन के लिए तत्पर हैं.......
उनका महापर्व है शिवरात्रि...
यह अवसर है सभी प्रकार के गुरु मन्त्रों/शिवमंत्रों और शाबर मन्त्रों को सिद्ध करने का ......
भगवान् शिव की साधना के लिए अनंत मंत्र हैं मेरी अल्प बुद्धि के अनुसार कुछ मंत्र मैं नीचे लिख रहा हूँ जिसका प्रयोग कर आप भी लाभ और शिव कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
पंचाक्षरी मन्त्र --->|| ॐ नमः शिवाय ||
अघोरेश्वर मंत्र -----|| हूँ अघोरेश्वराय फट||
भगवान् शिव को देवाधिदेव कहा गया है...
वे साक्षात् तंत्र हैं ...
वे साक्षात् मंत्र हैं.....
वे साक्षात् यन्त्र हैं........
वे सतत ध्यानस्थ हैं वे निरंतर मननशील हैं वे निरंतर नविन सृजन के लिए तत्पर हैं.......
उनका महापर्व है शिवरात्रि...
यह अवसर है सभी प्रकार के गुरु मन्त्रों/शिवमंत्रों और शाबर मन्त्रों को सिद्ध करने का ......
भगवान् शिव की साधना के लिए अनंत मंत्र हैं मेरी अल्प बुद्धि के अनुसार कुछ मंत्र मैं नीचे लिख रहा हूँ जिसका प्रयोग कर आप भी लाभ और शिव कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
पंचाक्षरी मन्त्र --->|| ॐ नमः शिवाय ||
अघोरेश्वर मंत्र -----|| हूँ अघोरेश्वराय फट||
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें