ॐ क्लीं क्लीं क्लीं | काली काली महाकाली ब्रह्मा की बेटी - खाय कलेजा ठोके थाली | आताल बांध पाताल बाँध गुनियां का गुण बाँध , चलता का पैर बाँध, दानव बाँध, प्रेत बाँध,भूत बाँध,सात सौ चुड़ैल बाँध, हाथ पर खप्पर बाँध, हाथ जरे न काडा,और नौ मन का गोला बाँध |
के मने का गोला के मने का जन्जीर हाथे पड़े हथकड़ी , पाए पड़े जन्जीर | सबका इनका बाँध कै अपनी मुठ्ठी में लाइ | तब सच्ची काली कहाई |गुरु की टंकार पड़े महाकाली की झंकार पड़े | हे सत्य काली की दुहाई|शब्द सांचा पिंड कांचा फुरो मन्त्र इश्वरी वाचा |
- नवरात्रि में रात्रि 9 से 4 के बिच जाप करें.
- पहले १०८ बार गुरु मन्त्र का जाप करें.
- काली मन्त्र का प्रति दिन ५०१ बार जप करें.
- ब्रह्मचर्य का पालन करें.
- स्त्री का अपमान न करें.
- लाल रंग का वस्त्र व् आसन रखें .
- दशमी को ५०१ मन्त्र से हवन करें.
- हवन के बाद लाल रंग की साडी किसी स्त्री को भेंट करें.
यह मंत्र रक्षा समेत समस्त प्रकार के कार्यों में प्रयोग किया जा सकता है.
ऐसा प्रयोग पूरा होने के बाद १०८ बार जाप करके विभिन्न प्रयोग किये जा सकते हैं.
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