मन्त्र ;-
||श्री महागणपतये शां शुं शुं भुं भुं तृ तृ मृ मृ चंडी नमः ||
- 121 दिन की साधना है |
- ब्रह्म मुहूर्त में श्री गणेश भगवान का ध्यान पूजा करके पवित्र होकर किसी गणेश मन्दिर में जाएँ |
- 125 बार मन्त्र जाप करें |
- वहां से आकर मुंह में 101 दुर्वायें (दूबी) रखकर किसी जलाशय में नाभि तक पानी में खड़े होकर दो घंटे जाप करें | यदि जलाशय न हो तो ड्रम में पानी भरकर भी कर सकते हैं | ऐसा 121 दिन करना है |
- सिद्ध होने पर सभी प्रकार के अभिचार की शांति में प्रयोग कर सकते हैं |
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