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गुरुवार, 27 फ़रवरी 2014

शरीर बांधने का मंत्र

|| ॐ वज्र का सीकड़ ! वज्र का किवाड़ ! वज्र बंधे दसो द्वार ! वज्र का सीकड़ से पी बोल ! गहे दोष हाथ न लगे ! आगे वज्र किवाड़ भैरो बाबा ! पसारी चौसठ योगिनी रक्षा कारी ! सब दिशा रक्षक भूतनाथ !दुहाई इश्वर , महादेव, गौरा पारवती की ! दुहाई माता काली की ||

  1. १००८ बार जपकर सिद्ध करें.
  2. प्रयोग के समय ११ बार बोलकर अपने शरीर पर हाथ फेर दें.
  3.  पूजन में बैठ रहे हों तो अपने चरों ओर घेरा बना लें . इससे सुरक्षा रहेगी .

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