शाबर लक्ष्मी मन्त्र
विष्णु-प्रिया लक्ष्मी, शिव-प्रिया सती से प्रकट हुई।
कामाक्षा भगवती आदि-शक्ति, युगल मूर्ति अपार, दोनों की प्रीति अमर, जाने संसार।
दुहाई कामाक्षा की।
आय बढ़ा व्यय घटा।
दया कर माई।
ॐ नमः विष्णु-प्रियाय।
ॐ नमः शिव-प्रियाय।
ॐ नमः कामाक्षाय।
ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।
विधि :-
देवी लक्ष्मी का पूजन करके धूप दीप प्रसाद चढ़ाएं ।
मकरसंक्रांति के दिन 1008 बार जाप करें । लक्ष्मी कृपया मिलेगी ।
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