दसवीं ज्योति कमला प्रगटी ।
।। कमला ।।
ॐ अ-योनी शंकर ॐ-कार रुप, कमला देवी सती पार्वती का स्वरुप । हाथ में सोने का कलश,
मुख से अभय मुद्रा । श्वेत वर्ण सेवा पूजा करे, नारद इन्द्रा । देवी देवत्या ने किया जय ॐ-कार । कमला देवी पूजो केशर पान
सुपारी, चकमक चीनी फतरी तिल गुग्गल सहस्र कमलों का किया हवन
। कहे गोरख, मन्त्र जपो जाप जपो ऋद्धि सिद्धि की पहचान गंगा
गौरजा पार्वती जान । जिसकी तीन लोक में भया मान । कमला देवी के चरण कमल को आदेश ।
॥ ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं
सिद्ध-लक्ष्म्यै नमः ॥
1.
महाविद्या कमला का
शाबर मंत्र है ।
2.
नवरात्रि मे यथा संभव जाप करें ।
3.
सात्विक आहार विचार और आचार रखें ।
4.
ब्रह्मचर्य का पालन करे ।
5.
किसी प्रकार का नशा न करें ।
6. सबसे पहले यदि गुरु बनाया हो
तो उनका दिया हुआ मंत्र 21
बार जपें ।
7.
यदि गुरु न बनाया हो तो निम्नलिखित गुरु मंत्र 21 बार जपें ।...
॥
ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः ॥
8.
कम से कम 1008 जाप करना चाहिए । न कर सकें तो
जितना आप कर सकते हैं उतना करें ।
9. कमला साधना से व्यापार मे लाभ होता है ....
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