काली काली महाकाली ,
ब्रह्मा की बेटी इंद्र की साली,
दोनों हाथ बजावे ताली |
हंकिनी डंकिनी को भस्म करे ,
अल्लाह बिस्मिल्लाह को भस्म करे |
नौ नाथ चौरासी सिद्धों को भस्म करे ,
नौ नरसिंह सोलह सीन्डुओं को भस्म करे |
बावन वीर , चौंसठ योगिनी को भस्म करे |
अस्सी मसान , नब्बे भैरों को भस्म करे |
लगे लगाए को भस्म करे |
भेजे भेजाये को भस्म करे |
भूत प्रेत पिशाच डाकिनी शाकिनी को भस्म करे |
चले काली का खंडा, दुष्ट राक्षस का उड़ जाए मुंडा |
जादू जंतर मंतर तंतर को कर दे भस्म |
जय काली कलकत्ते वाली मेरा वचन न जाये खाली
|
तेरी आन गुरु की शान फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा ।
- ग्रहण काल मे 1008 बार जपकर सिद्धि करें ।
- प्रयोग मे मंत्र को 11 बार पढ़कर मोरपंख से झाड़ा दें ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें