पेज

मंगलवार, 11 मार्च 2014

गोशाला [तबेला] की रक्षा का मंत्र

|| ॐ नमो भगवते त्रयम्बकाए !  पशुमयो ! पशुमयो ! चुलू चुलू ! मिली मिली ! भिदी भिदी !गोमानिनी ! चक्रिणी ! महातारे गोवंश रक्षिणी ह्रुं फट ||

मंत्र को कुमकुम या सिन्दूर से त्रिकोण बनाकर उसके अन्दर लिखकर गोशाला में टांगने से रक्षा होती है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें