|| ॐ नमो भगवते त्रयम्बकाए ! पशुमयो ! पशुमयो ! चुलू चुलू ! मिली मिली ! भिदी भिदी !गोमानिनी ! चक्रिणी ! महातारे गोवंश रक्षिणी ह्रुं फट ||
मंत्र को कुमकुम या सिन्दूर से त्रिकोण बनाकर उसके अन्दर लिखकर गोशाला में टांगने से रक्षा होती है.
मंत्र को कुमकुम या सिन्दूर से त्रिकोण बनाकर उसके अन्दर लिखकर गोशाला में टांगने से रक्षा होती है.
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